विस्तार : सीक्रेट ऑफ डार्कनेस (भाग : 12)
"सब भागो" मुखिया इन जलते सिर वालें जीवों को अपनी ओर बढ़ते देखकर जोर से चीखते हैं।
"पर अब हम भागेंगे कहाँ?" एक ने पूछा।
"हमारा गांव नष्ट हो चुका है, हमारे बहुत से प्रियजन भी मारे गए हैं अब पीछे जाने का कोई मार्ग नही है। हमें आगे ही बढ़ना होगा।" कहता है वह व्यक्ति तेजी से आगे की ओर भागने लगा। एक जलते हुए सिर वाला शख्स उसके पीछे गया। वह व्यक्ति अपनी पूरी ताकत से दौड़ा अगले ही पल किसी चीज से टकरा गया जिससे आंच आ रही थी।
"हमसे कहाँ भाग रहे हो? हम ही तुम्हें तुम्हारे गंतव्य तक पहुँचा देते हैं।" वह जलती हुई खोपड़ी वाला व्यक्ति अट्ठहास कर कहता है।
"ह..हमें छोड़ दो! तुम कौन हो? क्..क्या चाहते हो?" घबराहट के मारे वह व्यक्ति वहीं गिर गया। वह जलती हुई खोपड़ी वाला आगे बढ़ा जैसे उसने कुछ सुना ही न हो। उसने उस व्यक्ति को धक्का दिया जिस कारण वो कंटीली झाड़ी में गिर गया। उसकी चीख निकल गयी, उसे जितना ही दर्द हो रहा था जलती खोपड़ी वाले के जलते हुए चेहरे पर उतनी ही शैतानी मुस्कान आती जा रही थी। जलती हुई खोपड़ी वाले ने उसके सीने पर हाथ रखा और पसलियों को तोड़ते हुए दिल-फेफड़े खींचकर बाहर कर दिया। वह व्यक्ति जब तक जान थी चीखता रहा, उसकी अंतड़िया बाहर लटक रही थी, अगले ही पल उसकी आंखे बंद हो गईं।
एक बार फिर पहाड़ चीखों से भर गया था, चारों ओर से सिर्फ चीखने-चिल्लाने की आवाज आ रही थी। यह स्वर सुनकर उस जलती खोपड़ी वाले के चेहरे की आग और बढ़ती जा रही थी।
"हम 'ग्रेमन डार्क गार्ड्स' हैं। और हमें डार्क फेयरीज़ चाहिए ताकि हम 'डार्क सुपीरियर' के भगवान नराक्ष को समाप्त कर सकेंल इस जगह पर अंधेरे की ताकत सामान्य से कई गुना हो जाती है इसलिए डार्क फेयरीज़ हमेशा यहीं किसी न किसी रूप में रहती हैं क्योंकि यह भूमि सदियों से उनकी है, और हम डार्क फेयरीज़ को लेकर ही जायेंगे।" अट्ठहास करता हुआ वह ग्रेमन बोला।
"अब क्या होगा दीदी? हम भी बाबा और बाकी सबकी तरह मारे जाएंगे?" आशु बहुत डरी हुई थी आँचल ने उसे गले से लगा लिया।
"नही पता बहन! महाकाल को क्या मंजूर है ये महाकाल ही जाने!" आँचल भी बहुत डरी हुई थी, वह स्वयं को सयंमित रखने का प्रयास करते हुए बोली।
रवि अपनी माँ की गोदी से चिपका हुआ था, सभी पहाड़ पर नीचे या ऊपर की ओर भागे जा रहे थे। हल्की सी सरसराहट से भी उनकी चीख निकल जाती। अब तक लगभग सारे गांववाले मारे जा चुके थे, उनकी चीखों से पूरा पहाड़ अब भी दहल रहा था। केवल कुछ ही लोग थे जो स्वयं को बचाने में सक्षम हो सके थे, आशु और आँचल भी एक खाई में छुपी हुई थी, अँधेरे में हल्की सी आहट से आशु की चीख निकल जाती परन्तु आँचल ने उसके मुँह पर अपना हाथ रख दिया, आशु की चीख उसके गले के अंदर ही गूँ-गूँ करके रह गयी। आँचल ने दूसरे हाथ से अपना मुँह पकड़ा हुआ था, वे दोनों एक दूसरे के सामने बैठी थीं। दोनों की आँखों से लगातार आँसू बहते जा रहे थे परन्तु फिर भी अपनी आवाज घोंटकर निर्जीव सा बने रहने का प्रयास करने लगीं। हृदय की गति तेज होती जा रही थी। ऊपर पास ही पहाड़ी में चीखों का शोर गूंज रहा था जो पहाड़ो से टकराकर पुनः और तेज गूंज उठता था। कच्च-फच्च कटाक के स्वर के साथ चीखों का स्वर उभर रहा था। दोनों बहनें अपनी धड़कनों पर काबू करने का प्रयास कर रही थीं। अब तक बाहर का शोर थम चुका था, डार्क गार्ड एक एक को ढूंढ-ढूंढकर मार रहे थे। मासूम बच्चे, स्त्रियां सबको निर्ममता से मार डाला गया, बारिश का पानी बह चुका था परन्तु रक्त की यह नदी पहाड़ को लाल कर चुकी थी। डार्क गार्ड्स में अब और तेजी से हलचल में आ गए थे। खाई के ऊपर एक बच्चे और स्त्री के चीखने का स्वर उभरा, दोनों बहनें बेहद घबरा एवं डर गईं क्योंकि ये उनकी माँ और छोटे भाई थे। आशु ने चीखना-चिल्लाना चाहा पर आँचल ने रोक लिया। दोनों का हृदय जोर जोर से रुदन कर रहा था परन्तु वे कुछ न कर सकी। एक पल को मन में विचार आया कि काश उनके पास ऐसी शक्ति होती जिससे इन राक्षसों का अंत कर सकती काश! पर वे दोनों मन मसोसकर रह गयी। उनके पास अंदर ही अंदर रोने के अलावा कुछ न था वे चाहकर भी प्रतिशोध नही ले सकती थीं।
"डार्क फेयरीज़ नही मिली!" एक डार्क गार्ड चिल्लाकर बोला। उसके शैतानी स्वर में परेशानी झलक रही थी।
"हमने उन्हे जगाने के लिए इस गाँव का विनाश कर दिया, उनके बिना हम लार्ड ग्रेमन के पास नही जा सकते।" दूसरा डार्क गार्ड चारों तरफ देखते हुए बोली।
"निकम्मे हो तुम सब! तुम्हें लार्ड ग्रेमन की सेवा से मुक्त किया जाता है।" शैतानी स्वर में अट्ठहास करता हुआ बोला वह। उसका स्वर इतना डरावना था कि एक बार को डरावने सपने भी उसकी आवाज सुनकर अपने रास्ते वापस लौट जाएं। कहते समय उसके सिर में जल रही आग की लपटें और ऊंची हो गयी।
"क्षमा! डार्क लीडर क्षमा!" वे दोनों अपने घुटनों पर बैठकर गिड़गिड़ाने लगे।
"डार्क लीडर निकम्मो को साथ नही रखता। तुम लोग अब फिर से मर जाओ।" शैतानी आँखों से घूरते हुए डार्क लीडर बोला। उन दोनों के सिर से आग जलना बन्द हो गयी, पहले वे कंकाल बने और फिर राख बनकर उड़ गए।
"डार्क फेयरीज़ को ढूँढो मूर्खों! उन्हें जगाने के लिए इस अंधेरे को हम फिर यहां तक ले आये हैं।" डार्क लीडर बाकी गार्ड्स को चीखते हुए चेतावनी के स्वर में आदेश दिया। "किसी ने अंधेरे को मुक्त कर दिया है, लगता है नराक्ष कि पिल्लों को कुंजी मिल गयी जिसे वे हमसे छिपाकर रखने का प्रयत्न कर रहे हैं खैर अब तो अंधेरे का द्वार खुल चुका है हम सदियों से इसके इंतज़ार क्षण के में थे क्योंकि उस नराक्ष के साथ ही हमारे भगवान ग्रेमन भी कैद थे, अब जब वो मुक्त हो गए हैं तो हमें स्वयं को साबित कर दिखाना ही होगा। डार्क फेयरीज़ की ऊर्जा उन्हें देते ही वो नराक्ष से अधिक शक्तिशाली हो जाएंगे और फिर अंधेरे का नया ईश्वर होंगे लार्ड ग्रेमन!" जोश भर स्वर में चीखता हुआ डार्क लीडर कहता गया।
एक लड़की बड़े से पत्थर के नीचे घुसकर छुपी हुई थी, एक डार्क गॉर्ड की उसपर नजर पड़ गयी, लड़की ने जैसे ही उस जलती खोपड़ी को देखा उसकी आंखें उबलकर बाहर आने लगी, वह अपना सारा ताक़त लगाकर चीखी अगले ही पल वह मात्र गूँ-गूँ कर सकी। डार्क गार्ड ने उस विशाल पत्थर को उठाकर उसको ताका, उसकी काली आँखों में शैतानी भरी हुई थी, लड़की भागने की कोशिश की पर उसके पैरों ने उसका साथ नही दिया, डार्क गार्ड की जलते चेहरे पर मुस्कान फैल गयी। उसने पत्थर उस लड़की के ऊपर छोड़ दिया, फच्च की आवाज के साथ लड़की का मासूम बदन उस पत्थर से पीस गया। पत्थर लुढ़कता हुआ नीचे की ओर चल दिया उस स्थान पर मात्र पिसी हुई हड्डियां और मांस के लोथड़े फैले हुए थे।
"डार्क फेयरीज़! हम जानते हैं तुमने इस स्थान को कभी नही छोड़ा। तुम हमसे छिप नही सकती।" वह डार्क गार्ड जोर से चीखा, चारों ओर वातावरण में असीम सी शांति थी, उसका स्वर घाटी में गूंजता रहा। अगले ही पल उस डार्क गार्ड का सिर जलना बन्द हो गया, वह पहले कंकाल बना और फिर राख बनकर उड़ गया।
"हमने तुम्हें इसलिए नही बनाया ताकि तुम हमारा समय व्यर्थ करो। जैसे ही मेरी शक्तियां पुनः जागृत हुई मैंने तुम सबको तैयार किया ताकि मैं लार्ड ग्रेमन को उनकी शक्तियां प्राप्त करवा सकूँ पर तुम सब निठल्ले हो।" डार्क लीडर क्रोध से चीख रहा था, उसकी आँखों में लाल रंग की अग्नि की लपट चमकी, अगले ही पल एक-एक करके सभी गार्ड्स के सिर से ज्वाला बुझ गयी और सब उसी क्रम में राख बनकर उड़ गए।
आशु और आँचल एक दूसरे से लिपटी हुई थी, डार्क लीडर के स्वर से उनके भीतर सिरहन दौड़ जाती। उन्होंने इस घने अंधेरे में अपने प्रियजनों अपने गांव के हर एक को मरते देखा, पहाड़ तक को दहला देने वाली चीखों को सुना उनका हृदय बुरी तरह विचलित था। वे हल्की सी आवाज से भी डर एक दूसरे से बुरी तरह लिपट जाती। अचानक उनका बदन हवा में घुलने लगा, उन्हें समझ नही आया कि ये क्या हो रहा है। दोनों बहनें एक दूसरे को खोने से बहुत डर रही थी, आशु के सामने ही आँचल का बदन आग में बदलने लगा उसके थोड़ी ही देर बाद में आशु स्वयं भी राख के पुतले में बदलने लगी थी।
डार्क लीडर अब भी चीख रहा था, उसके असफल होने का तात्पर्य था कि ग्रेमन एक बार फिर हार जाएगा और डार्क लीडर अपने भगवान को हारते नही देख सकता था। वह निर्दोष गांववालों के बहे हुए रक्त पर घुटने के बल बैठकर चीख रहा था। अचानक उसे आशु और आँचल के चीखने की आवाज आई, उसके सिर की ज्वाला और तेज हो गयी।
"डार्क फेयरीज़….!" उसका मुँह खुला का खुला ही रह गया। डार्क फेयरीज़ विशुद्ध डार्क एनर्जी से बनी हुई प्राणी थी इसलिए उन्हें को कोई भी प्राणी उनके किसी भी रूप में होने पर नही पहचान सकता था।
आशु और आँचल ने एक दूसरे को देखा वे पूरी तरह से बदल चुकी थीं। एक काली ज्वाला तो दूसरी काले राख के समान प्रतीत हो रही थीं दोनों के आँखों में क्रोध भरा हुआ था।
"आखिरकार मैंने तुम्हें जगा ही लिया डार्क फेयरीज़!" डार्क लीडर खुश होते हुए बोला। डार्क फेयरीज़ की आँखों में क्रोध की ज्वाला भड़क रही थी, पर धीरे-धीरे आशु और आँचल की अपनी स्मृति लोप होने लगी। अब वे दिमाग से भी पूर्णतया बदल चुकी थीं।
"चलो।" चुटकी बजाते हुए डार्क फेयरीज़ ने कहा। अगले ही क्षण उस पहाड़ से सब कुछ साफ हो गया, कहीं पर रक्त की एक बूंद भी दिखाई नही दे रही थी। अब इस स्थान को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे यहां कभी कुछ हुआ ही न हो।
"जी!" निवेदन की मुद्रा में हाथ जोड़े डार्क लीडर बोला। अगले ही पल वहां एक विचित्र यान उपस्थित हुआ, जिसमें बड़े बड़े काले पंख लगे हुए थे, मुंह की ओर किसी का चोंच था। डार्क फेयरीज़ अपने यान पर सवार हुईं, डार्क लीडर वहीं खड़ा था। थोड़े ही देर में अंधेरा यहां से लुप्त हो गया, सूर्य की किरण धरती तक आने लगी। शाम होने को थी, सूर्य अपनी लाली लिए पश्चिम के गर्त में खो गया।
क्रमशः….
Kaushalya Rani
25-Nov-2021 10:11 PM
Nice part
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Barsha🖤👑
25-Nov-2021 06:14 PM
बहुत ही खूबसूरत लेखन
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Niraj Pandey
13-Jul-2021 08:51 PM
👌👌👌
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